Taramati Putli ki kahani | Sinhasan Battisiin hindi ki kahani | Hindi Story | Moral Story
सिंहासन बत्तीसी की अठारहवीं कहानी 18 वीं बार फिर राजा भोज सिंहासन पर विराजमान हुए। उसने सोचा कि इस बार चाहे कुछ भी हो जाए, वह सिंहासन पर विराजमान रहेगा। तब सिंहासन के पुतलीतारामती ने बाहर आकर राजा भोज को रोक दिया और कहा, “सिंहासन पर बैठने से पहले राजा विक्रमादित्य की यह कहानी सुनो।” … Read more