सिंहासन बत्तीसी की दूसरी कहानी – चित्रलेखा पुतली की कथा

एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन मक्का और मदीना की यात्रा पर निकलपड़े थे । तीर्थ यात्रा के दौरान जब वे मक्का पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक परेशान तीर्थ यात्रा पर आया यात्री मस्जिद के बाहर टहल रहा है। उस समय तीर्थ यात्रा पर आया यात्री की नजर मुल्ला पर भी पड़ी। वह फौरन मुल्ला नसरुद्दीन … Read more

सिंहासन बत्तीसी की नौवीं कहानी – मधुमालती पुतली की कथा

नौवें दिन राजा भोज दरबार में पहुंचे और विक्रमादित्य के सिंहासन पर विराजमान हुए। इस बार उन्हें नौवीं पुतली ने गद्दी पर बैठने से रोक दिया। उन्होंने कहा, “आपको यहां बैठने के लिए राजा विक्रमादित्य की तरह बनना होगा। ” यह कह कर वह विक्रमादित्य के गुणों को बताने के लिए कथा सुनाने लगी। वर्षों … Read more

सिंहासन बत्तीसी की छठी कहानी – रविभामा पुतली की कथा

पांचवें शिष्य से महाराजा विक्रमादित्य की कहानी सुनकर जैसे ही राजा भोज सिंहासन पर बैठे, उन्हें छठे शिष्य रविभामा ने रोक दिया। उसने राजा से पूछा कि क्या वह वास्तव में इस सिंहासन पर बैठने के योग्य है। रविभामा ने पूछा, क्या आपके पास महाराजा विक्रमादित्य का वह गुण है, जिसने उन्हें सिंहासन पर बैठने … Read more

Vidhyavati Putli ki kahani Hindi mein | सिंहासन बत्तीसी की सत्रहवीं कहानी

विद्यावती पुतली कहानी इन हिंदी राजा भोज एक बार फिर राजगद्दी पर बैठने की इच्छा से महल में पहुंचे। इस बार 17वीं पुतली विद्यावती ने सिंहासन से उतरकर राजा भोज को गद्दी पर बैठने से रोक दिया। सिंहासन बत्तीसी की सत्रहवीं पुतली ने महाराज भोज से प्रार्थना की हे राजन इस सिंहासन को ग्रहण करने … Read more

Sinhasan battisi ki chauthi kahani | kadamkali putli ki khanai

Sinhasan Battisi Story in hindi : Chauthi Putli एक बार फिर राजा भोज राजगद्दी पर बैठने के लिए आते हैं। इस बार वह चौथा पुतला राजा भोज को सिंहासन पर बैठने से रोकता है और राजा विक्रमादित्य के दान और बलिदान की कहानी सुनाने लगता है।   एक बार की बात है, दरबार में कुछ … Read more

सिंहासन बत्तीसी की तीसरी कहानी – चन्द्रकला पुतली की कथा

इस बार राजा विक्रमादित्य के गुणों का वर्णन करने के लिए उनके सिंहासन से एक तीसरा पुतला निकलता है। वह राजाभोज को विक्रमादित्य के ‘भाग्य और पुरुषार्थ’ की कहानी सुनाती है, जो इस प्रकार है। एक बार भाग्य और पुरुषार्थ के बीच बहस हुई कि उनमें से सबसे बड़ा कौन है। भाग्य ने कहा कि … Read more

Sinhasan Bsttisi story in Hindi | sunhra kamal

फिर 1 दिन राजा भोज सिंहासन पर बैठने लगे तभी धन्यवाद नाम की पुतली बोली, रुकिए राजा इस सिंहासन पर विक्रम जैसा पराक्रमी और उदार राजा ही बैठ सकता हैं। राजा भोज ने पूछा कैसे पराक्रमी और उदार थे राजा विक्रम? यह तो बताओ पुतली धन्य दाने कहानी शुरू की। एक बार राजा शिकार करने … Read more

Pushpvati Putli Story in Hindi | Moral Stories | Stories in Hindi | Kahani in Hindi | Hindi Stories | सिंहासन बत्तीसी की आठवीं कहानी

सिंहासन बत्तीसी की आठवीं कहानी – पुष्पवती पुतली की कथा   आठवीं सुबह होने पर महाराज भोज विक्रमादित्य के सिंहासन की पर बैठने का भाव लेकर आगे बढ़ने लगे । राजा भोज महाराज विक्रमादित्य से जुड़ी सुनते सुनते थक गए थे फिर भी उस सिंहासन से जुडी उनकी लालसा बढ़ती ही जा रही थी और … Read more

सिंहासन बत्तीसी की ग्यारहवीं कहानी – त्रिलोचनी पुतली की कथा

हर बार की तरह इस बार भी राजा भोज राज दरबार में राजगद्दी पर बैठने के लिए पहुंचे। इस बार सिंहासन के ग्यारहवें पुतली त्रिलोचन ने उन्हें रोक दिया। इस बार इस पुतली ने राजा भोज को विक्रमादित्य की अच्छा आई की एक नई कहानी महायज्ञ सुनाना शुरू किया।   एक बार राजा विक्रमादित्य ने … Read more

Taramati Putli ki kahani | Sinhasan Battisiin hindi ki kahani | Hindi Story | Moral Story

सिंहासन बत्तीसी की अठारहवीं कहानी 18 वीं बार फिर राजा भोज सिंहासन पर विराजमान हुए। उसने सोचा कि इस बार चाहे कुछ भी हो जाए, वह सिंहासन पर विराजमान रहेगा। तब सिंहासन के पुतलीतारामती ने बाहर आकर राजा भोज को रोक दिया और कहा, “सिंहासन पर बैठने से पहले राजा विक्रमादित्य की यह कहानी सुनो।” … Read more