सिंहासन बत्तीसी की नौवीं कहानी – मधुमालती पुतली की कथा
नौवें दिन राजा भोज दरबार में पहुंचे और विक्रमादित्य के सिंहासन पर विराजमान हुए। इस बार उन्हें नौवीं पुतली ने गद्दी पर बैठने से रोक दिया। उन्होंने कहा, “आपको यहां बैठने के लिए राजा विक्रमादित्य की तरह बनना होगा। ” यह कह कर वह विक्रमादित्य के गुणों को बताने के लिए कथा सुनाने लगी। वर्षों … Read more