Akbar and Birbal Story in Hindi | चोर की दाढ़ी में तिनका

Story of Akbar and Birbal in Hindi – अकबर और बीरबल की कहानी हिंदी में

 

प्यारे बच्चों अकबर और बीरबल की कहानिया बहुत ही अच्छी और सीख देने वाली होती है।

आज ऐसे ही कहानी हम अपनी वेबसाइट पर आपके लिए लाये है कहानी चोर की दाढ़ी में तिनका।

बात अकबर और बीरबल के जमाने की है एक दिन बादशाह अकबर अपने दीवान ऐ खास में बैठे थे।

अचानक उनकी नजर अपने हाथ पर गयी और अपना हाथ देख कर अकबर परेशान हो गए।

क्योंकि उनके हाथ की अंगुली में से एक अँगूठी गायब थी और वो अँगूठी बादशाह को बहुत ही ज्यादा प्यारी थी।

बहुत याद करने के बाद बादशाह अकबर को याद आया कि उन्होंने नहाने से पहले अपनी अंगूठी अलमारी में रखी थी।

राजा ने अलमारी में अंगूठी को खोजा तो उन्हें नहीं मिली।

अब तो अकबर पहले से भी ज्यादा परेशान हो गए और उन्होंने तुरंत ही बीरबल को अपने कक्ष में बुलवाया।

और बीरबल को अँगूठी गुम हो जाने की सारी कहानी बतायी।

बीरबल की तरफ देखा और मुस्कुराते हुए बोले बादशाह सलामत आपकी अंगूठी गम नहीं चोरी हुए है ।

आपके कक्ष की साफ सफाई करने वाले सेवकों में से किसी ने ले ली है ।

आप सभी सेवकों को इसी कक्ष में हाजिर होने का आदेश दे में अँगूठी अवशय ही खोज दूंगा।

बीरबल की बात सुनकर अकबर ने अपने सैनिकों को आदेश दिया।

की जो भी सेवक कक्ष की साफ सफाई करते  है उनको तुरंत हाजिर करो।

 

Short Story of Akbar and Birbal in Hindi

बादशाह के कक्ष की साफ सफाई करने वाले कुल ६ सेवक थे बादशाह के अनुसार सभी हाजिर हो गए।

बीरबल ने सभी सेवकों को एक लाइन में खड़ा किया और बोले की जिसने भी बादशाह सलामत की अंगूठी ली है।

तो बता दो वरना में अलमारी से पूछ लूंगा बीरबल की बात सुनकर किसी भी जबाब नहीं दिया ।

थोड़ी देर में बीरबल उस अलमारी के पास गए ।

धीरे से कुछ फुसफुसाए और उन्होंने पलट कर सभी सेवको से कहा की मुझे पता चल गया है ।

की अंगूठी किस के पास है और उन्होंने खा की जिसके पास अंगूठी है उसकी दाढ़ी में तिनका है।

जैसे बीरबल ने ये बोलै तो एक सेवक अपनी दाढ़ी में हाथ फेरते हुए पकड़ा गया।

बीरबल ने बोला की बादशाह आपकी अंगूठी का चोर पकड़ा गया।

और बीरबल ने उस सेवक को सभी सेवकों से अलग कर दिया।

बादशाह के सख्ती से पूछताछ के बाद सेवक ने कबूल कर लिया की अंगूठी उसने ही चुराई थी।

अकबर को चोर ने अंगूठी वापस कर दी फिर दोबारा ऐसा न करने का वादा किया।

बादशाह अकबर अपनी अंगूठी पाकर बहुत खुश हुए और उन्होंने बीरबल को धन्यवाद दिया।

चोर की दाढ़ी में तिनका की कहानी से क्या सीख मिलती है?

हमें ये सिखने को मिलता प्रत्येक जगह ताकत का इस्तेमाल नहीं करके कुछ समस्याओं हल दिमाग से भी किया जा सकता है।

अर्थात प्रत्येक जगह ताकत के साथ साथ दिमाग का प्रयोग भी करना चाहिए ।

 

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