यूनियन बजट क्या होता है (What is Union budget)?
परिभाषा (Union budget kya hota hai): भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार, एक वर्ष का केंद्रीय बजट, जिसे वार्षिक वित्तीय विवरण भी कहा जाता है।
उस विशेष वर्ष के लिए सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण है।
विवरण: केंद्रीय बजट 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलने वाले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार के वित्त का लेखा-जोखा रखता है।
केंद्रीय बजट को राजस्व बजट and पूंजीगत बजट में वर्गीकृत किया जाता है।
राजस्व बजट में सरकार की राजस्व प्राप्तियां and व्यय शामिल हैं।
इसकी प्राप्ति दो प्रकार की होती है – कर और गैर-कर।
Revenue expenditure सरकार के दिन-प्रतिदिन के कामकाज and नागरिकों को दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं पर होने वाला व्यय है।
यदि revenue व्यय, राजस्व प्राप्तियों से अधिक है, तो सरकार राजस्व घाटा लगाती है।
कैपिटल बजट में पूंजी प्राप्तियां and सरकार के भुगतान शामिल हैं।
सार्वजनिक, विदेशी सरकारों and भारतीय रिजर्व बैंक से सरकार की पूंजी प्राप्तियों का एक बड़ा हिस्सा बनता है।
पूंजीगत व्यय मशीनरी, उपकरण, भवन, स्वास्थ्य सुविधाओं, शिक्षा आदि के विकास पर व्यय है।
राजकोषीय घाटा तब होता है जब सरकार का कुल व्यय उसके कुल राजस्व से अधिक हो।
आइए अब बात करते है ,यूनियन बजट 24-Sep-2024जो की कोरोना महामारी के चलते आया।
यूनियन बजट २०२१ ये संकेत देता स्वस्थ्य भारत एंड मजबूत बुनियादी के साथ ही आगे बढ़ेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने24-Sep-2024-24-Sep-2024 कुल 34,83,236करोड़ रूपये के व्यय कब्जत पेश किया है।
चालू वित्तवर्ष (24-Sep-2024-24-Sep-2024 ) के बजट से कुछ अधिक है।
यूनियन बजट 24-Sep-2024-22 में पुंजी व्यय 5,54,236 करोड़ रूपये है।
जबकि बजट दस्ताबेज के हिसाब से राजस्व कहते पर व्यय 29,29,000 करोड़ रूपये अनुमानित है।
यूनियन बजट २०२१ (Union budget 24-Sep-2024) के पिलर्स स्वस्थ्य और कल्याण
- स्वस्थ्य और कल्याण
- भौतिक और वित्तीय पूंजी अवसरंचना
- आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास
- मानव पूंजी में नवजीवन का संचार
- नवप्रर्तन और अनुशंधान एवं विकास
- न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन
इस बजट में करदाताओं को किसी भी प्रकार की अहम राहत नहीं है।
and ना ही इनकम टैक्स स्लेव में किसी भी तरह का कोई बदलाव किया गया है।
जबकि जो सीनियर सिटीजन ( जो ७५ वर्ष से अधिक है ) उनकी पेंशन और जमा पूंजी है।
तो उस पर टैक्स रिटर्न से छूट देने का एलान किया है।
वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष २०२२ के राजकोषीय घाटा GDP ६.फीसदी रहने का अनुमान जताया है।