Sher aur Khargosh ki Kahani in Hindi | Hindi Kahani

Sher Aur Khargosh ki Kahani in Hindi short 700 words | शेर और खरगोश की कहानी इन हिंदी

Sher Aur Khargosh ki Kahani Baccho ki | Sher or Khargosh ki Kahani in Hindi:

 

आइए मैं आपको सुनाता हूँ sher aur chatur khargosh ki kahani in hindi mein

 

 

Sher Aur Khargosh ki Kahani in short

 

बहुत समय पहले की बात है एक बड़े और घने जंगल में जानवरों का राजा शेर रहता था

शेर जंगल का राजा था और बहुत अधिक शक्तिशाली था

ऐसी कारण जंगल में रहने बाले सभी छोटे और बड़े जानवर उससे भयभीत रहते थे

शेर अपने ही जंगल में रहने वाले जानवरों को ही मारकर खाने लगा

अब तो सभी जानवरों का अपने ही राजा शेर से खतरा होने लगा

सभी जानवर छिप कर रहने लगे

फिर तो शेर का गुस्सा बढ़ने लगा और शेर और भी अधिक शिकार करने लगा

अब तो शेर को कोई भी जानवर दिखाई देता तभी उसे पकड़ कर मार देता था

जंगल के अन्य सभी जानवर बहुत चिंतित हो गए

सब सोचने लगे के शेर ऐसे नित प्रतिदिन जानवरों को मरने लगा

तो एक दिन तो हम सभी मारे जायेंगे ऐसा सोच क्र उन्होंने इस मुसीबत का एक समाधान निकला

उन सभी जानवरों ने सभी जानवरों की एक सभा बुलाई और उसमे तय किया की

जंगल के राजा शेर को प्रतिदिन एक जानवर उनके भोजन स्वरूप दिया जाया करेगा

और बदले में शेर किसी भी अन्य जानवर को हानि नहीं पहुँचायेगा

अब तो शेर मन ही मन बहुत प्रसन्न हुआ और वोला की अगर किसी भी दिन अगर जानवर मेरी माँद तक नहीं पहुंचा तो में जानवरों को मार दूंगा।

सभी जानवरों ने शेर को वचन दिया की ऐसा नहीं होगा।

प्रतिदिन एक जानवर स्वयं ही शेर के पास पहुँच जायेगा शेर इस बात पर सहमत हो गया ।

शेर और खरगोश की पोयम | sher aur khargosh ki kahani in hindi short

प्रतिदिन एक जानवर जंगल के राजा शेर के पास चला जाता

शेर उसे मार कर खा जाता और प्रतिदिन अपनी भूख शांत करता था

धीरे धीरे ऐसे ही समय व्यतीत होने लगा तो जंगल में एक दिन एक छोटे बुद्धिमान खरगोश ने आकर वोला

ऐसे तो धीरे धीरे करके ही जंगल के सारे जानवर मारे जायेंगे

खरगोश ने कहा आज मैं जाता हूँ और हमेशा के लिए शेर को ही खत्म कर दूंगा

जिससे हम सभी आराम से रह सके

ऐसा कह कर खरगोश वहाँ से शेर के पास जाने के लिए निकल पड़ता है और पुरे रास्ते वो कोई उपाय सोचता रहता और ऐसा सोचते सोचते उसको बहुत देर हो जाती है

और वह अपनी माँद में बैठा उसका इंतज़ार कर रहा होता उधर शेर को बहुत गुस्सा आता है

और इंतज़ार करते करते अब तो शेर की भूख भी बढ़ने लगती है और जैसे ही खरगोशवहा पहुँचता है

तो शेर को बहुत ही गुस्सा आता है और बोलता है की इतना लेट क्यों आये हो

तो खरगोश ने डरते हुए कहा की महाराज में तो आपके पास ही आ रहा था परन्तु मुझे एक और शेर मिल गया

उसने मुझे बोलै की इस जंगल का राजा में हूँ और ही सबसे शक्तिशाली हूँ

परन्तु महाराज मैंने आपका नाम लिया तो वो आप पर हसने लगा

और कहने लगा की में तो उसे एक पंजे में ही मार डालूंगा में तो बड़ी मुश्किल से जान बचा कर आया हूँ

शेर और खरगोश की कहानी | sher aur khargosh ki kahani hindi mai

खरगोश की बात सुनकर शेर को बहुत तेज क्रोध आया और शेर ने बहुत तेज दहाड़ा और कहा मुझे उसको पास ले चलो

खरगोश शेर को अपने साथ ले जाने लगा

और थोड़ी दूर खरगोश ने उस शेर को एक कुँए के पास ले गया और बोलै महाराज बो शेर इस में रहता है।

जैसे ही शेर ने कुएं में देखा तो उसको अपनी बड़ी प्रतिबिम्ब दिखाई देने लगी

अब खरगोश पर पूरा यकीन हो गया

और जैसे ही शेर कुँए में देख कर अपनी प्रतिविम्ब पर चिल्लाया और उसके अनुरूप ही कुँए में से चिल्लाने की आवाज आयी

यह देख कर शेर आग बबूला हो गया

जैसे ही शेर अपनी प्रतिविम्ब को मारने के लिए झपटा तो अगले ही क्षण कुँए में जा गिरा और तुरंत ही मर गया

ऐसे ही budhiman khargosh aur sher ki kahani में चतुर खरगोश ने शेर से अपनी सभी साथियों और जीवों की जान बचा ली

 

कहानी की शिक्षा | Moral of the Story in Hindi | Sher Aur Khargosh ki Kahani ki Shiksha

 

Sher Aur Khargosh ki Kahani ka Saransh: प्रत्येक कहानी में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उसका नैतिक मूल्य है

खासकर जब आप अपने बच्चे को कहानी पढ़ाते है

और उनको उनसे कुछ न कुछ सीखने के लिहाज से प्रेरित करते हैं:

 

  • इस कहानी का नैतिक यह है कि शारीरिक परिश्रम पर हमेशा बौद्धिक परिश्रम हावी रहता है।
  • यह कोई बात कोई मायने नहीं रखती कि आप छोटे जीव या कमजोर जीव हैं: यदि आप बुद्धिमान और चतुर हैं, तो आप किसी से भी अपना मार्ग निकाल लेंगे।
  • इस कहानी के मोरल से आपके बच्चो को विद्या और ज्ञान के परिचय के महत्व को समझाएगी, और उसे सिखाएगी कि शारीरिक बनावट कोई मायने नहीं रखती।

 

यदि आपको यह लेख Sher aur Khargosh ki Kahani Hindi mein (शेर और खरगोश की कहानी) के बारे में रोचक लगा है।

और अपने बच्चों के लिए इस तरह के और लेख और कहानियाँ ढूंढ रहे हैं।

तो हमारी वेबसाइट के माध्यम से ब्राउज़ करें।

नीचे टिप्पणी अनुभाग में अपने विचार साझा करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें- हम आपसे सुनना पसंद करते हैं।

Exit mobile version