Pari or Badal ki Story in Hindi

Gini Aur Badal ki kahani in Hindi

आओ गिनी तुम्हारा इंतज़ार कर रहे थे

बादल प्रिटो ने कहा

आओ मम्मी, तुम भी आओ  हैलो बेटा।

नहीं, ये पानी से बने हैं इसलिए तुम्हारे हाथ गीले हो गए।

गिनी-  हाँ आपकी फैमिली भी है नहीं, हमारी कोई फैमिली नहीं होती तो फिर क्या आप अकेले रहते है?

नहीं।मेरे जैसे और मेरे दोस्त हैं, हम इकट्ठे रहते हैं, वो भी आपकी तरह ही होते है।

अरे तुम्हारे सवालों के जवाब देते देते शाम हो जाएगी

बस भी करो गिनी परी कितने सवाल करोगी

, कोई बात नहीं। मैं इनके सारे सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हूँ

, वो भी बिना गिनी परीके सवाल किए।

वो कैसे मैं तुमको फैक्टरी लेके चलता हूँ जहाँ पर क्लाउड बनते हैं।बादल प्रिटो ने कहा

मैं आपको बताता हूँ क्लाउड कैसे बनते हैं।

वहां पहुंचते ही गिनी ने बादलों को देखा और पूछा की ये सब क्या है

ये क्या है? इस टीम कहते हैं ये पानी से ही बनती है।

नदी के पानी पर जब सूरज की किरण पड़ती है तो वह भाप बनकर ऊपर उड़ता हुआ आता है

जब सूरज की गर्मी से टीम बनकर ऊपर आता है तो वो सब इकट्ठा होंगे।

क्लाउड बन जाता है।अच्छा क्लाउड पानी से बनता।

इसलिए जब गिन्नी ने आप से हाथ मिलाया था तो उसके हाथ पीले हो गए थे।

हाँ बिलकुल क्लाउड बनने के बाद सब क्लाउड आकाश में जाते हैं

और मिलकर जिससे पानी बनकर बारिश के रूप में धरती पर वापस चले जाते हैं,

जिससे धरती पर खेती होती है। पीने के पानी की कमी दूर होती है।

ये सब जानकर गिनी परी बेहद खुश हुई और उसने अपनी जादू की छड़ी घुमाई और एक प्यारा सा गिफ्ट बदल को दिया

और बोली आज की इस जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद दोस्त !

और अपने पंख हिलती हुई आसमान में उड़ गयी

आज क्या सीखा Aaj ka gyan

आज हमने परी के माध्यम से सीखा की बदल कैसे बनते है और इनका क्या उपयोग होता है

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