Panchtantra short stories hindi mein-Farmer And Golden Egg Story In Hindi

पंचतंत्र की कहानी इन हिंदी सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी |

एक छोटे से गाँव में एक गरीब किसान अपने परिवार के साथ रहता था।

वह दिन भर खेत में काम करता था, लेकिन परिवार में सदस्यों की संख्या अधिक होने के कारण उसके लिए दो वक्त की रोटी भी कमाना मुश्किल हो रहा था।

इस बेबसी को देखकर किसान हमेशा दुखी रहता था और पैसे कमाने के नए-नए तरीके सोचता रहता था।

उसकी हालत देखकर उसके एक दोस्त ने उसे खेती के साथ मुर्गी पालन करने की सलाह दी।

उसके दोस्त ने कहा कि अगर आप खेती के साथ-साथ मुर्गी के अंडे बेचेंगे तो आपकी कमाई अच्छी होगी।

इससे आप अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाएंगे। यह सुनकर किसान खुश हो गया,

लेकिन कहा कि भाई मेरे पास चिकन खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं। ऐसे में मैं किस तरह के मुर्गे के अंडे बेचूंगा?

किसान की यह बात सुनकर उसके दोस्त ने कहा, भाई, इतनी चिंता करने की जरूरत नहीं है।

मुझसे कुछ पैसे ले लो और दो या चार मुर्गियां खरीदो। जब पैसा बाद में आए तो मुझे मेरे पैसे वापस कर देना।

यह सुनकर किसान मान गया और एक दोस्त से कुछ पैसे ले लिए।

अगले दिन किसान पैसे लेकर बाजार के लिए निकल गया। वहां उन्होंने पांच से छह मुर्गियां खरीदीं।

बाकी, जो पैसा बचा था, उसमें से वह मुर्गियों के लिए अनाज ले गया।

वह मुर्गी और अनाज लेकर फौरन घर के लिए निकल गया। आखिर मुझे भी खेत में जाना ही था।

घर लौटते ही उसने अपनी पत्नी को बुलाकर कहा, सुनो, मैं मुर्गियां लाया हूं।

उन्हें ले लो और उन्हें अच्छा अनाज और पानी दो। कल से वह जितने भी अंडे देगी, उन्हें बेचकर कुछ पैसे कमाएगी।

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जैसे ही उसकी पत्नी बाहर आई, वह उसके हाथ में मुर्गियां और अनाज सौंपते हुए खेत की ओर चला गया।

किसान दिन भर खेत में काम करके लौटा तो पत्नी को देखकर हैरान रह गया।

उनकी पत्नी ने गंदे कपड़ों की जगह नई चमकदार रेशमी साड़ी पहन रखी थी।

उसके हाथों में सोने की चूड़ियाँ और गले में मोतियों का हार था।

यह सब देखकर उसे समझ नहीं आ रहा था कि अचानक उसकी पत्नी के हाथ में ऐसा कौन सा खजाना गिर गया

, जिससे उसने नए कपड़े खरीदे। उसने अपनी पत्नी से पूछा कि यह सब क्या है?

यह सब कैसे और कहाँ से आया? पत्नी मुस्कुराई और बोली, बस समझो भगवान की कृपा हो गई।

किसान ने फिर कहा, अरे! बताओ, यह कैसे हुआ?

पत्नी ने कहा, तुम जो मुर्गे लाए हो उनमें से एक मुर्गी ने सोने का अंडा दिया था।

यह सुनते ही किसान उछल पड़ता है और कहता है कि तुम सच क्या कह रहे हो।

पत्नी कहती है हां, सच में तभी यह सब आया और पति को पैसों से भरा बैग थमा दिया।

किसान सुनहरे अंडों के बारे में जानकर बहुत खुश होता है,

लेकिन शांति के लिए सब कुछ अपनी आँखों से देखना चाहता है।

इसके लिए वह सुबह-सुबह मुर्गियों के पास बैठता है, जब उनमें से एक सोने का अंडा देता है।

Panchtantra ki kahani

सोने का अंडा देखकर वह खुशी से फूले नहीं समाता। उसकी खुशी की कोई सीमा नहीं है।

वह अपने हाथ में अंडा उठाता है और अपनी पत्नी को पुकारता है।

पत्नी के आते ही वह कहते हैं, हम अब गरीब नहीं रहे। हम दुनिया के सबसे अमीर आदमी बनेंगे।

किसान की यह बात सुनकर पत्नी कहती है कि पागल हो गए हो?

एक अंडे से कोई दुनिया का अमीर आदमी कैसे बन सकता है, लोगों को पता नहीं है कि उनके पास कितना सोना है।

पत्नी के इस ताने पर किसान कहता है, सोचिए जब यह मुर्गी सोने का अंडा देती है

तो क्यों न अपने पेट में मौजूद सारे अंडे एक साथ निकाल दें। पत्नी थोड़ा सोचती है,

तब उसे पति की बात समझ में आती है। वह भाग कर और एक तेज चाकू लाती है।

किसान अपनी पत्नी के हाथ से चाकू लेता है और एक झटके में मुर्गे का पेट काट देता है।

मुर्गी का पेट फटते ही मुर्गी मर जाती है और किसान एक भी अंडा नहीं देता है।

यह देखकर किसान और उसकी पत्नी को अपने किए पर बहुत अफसोस होता है।

Moral of the story :कहानी से सीखो:

मुर्गी के सोने का अंडा देने की कहानी से पता चलता है कि आदमी को उसी में संतोष करना चाहिए जो उसके पास है।

लोभ कभी नहीं करना चाहिए, क्योंकि लोभ एक बुरी शक्ति है।