Panchatantra Ki Kahani: The Farmer And The Snake

पंचतंत्र की कहानी: किसान और सांप (Panchtantra Ki Kahani: The Farmer And The Snake)

 

पंचतंत्र की कहानी: किसान और सांप (Panchtantra Ki Kahani: The Farmer And The Snake)

एक गांव में गरीब बूढ़ा किसान रहता था उसकी जमीन सूखे की मार से बंजर हो चली थी

किसान बहुत ही परेशान रहता था एक दिन दोपहर को किसान अपने खेत के निकट एक बड़े से पेड़ के नीचे बैठा था

उसने देखा की एक साँप अपने बिल में से निकल कर कहीं गया है

किसान ने सोचा की मेरी जमीन बंजर हो जाने के कारण साँप को भी कुछ नहीं मिलता होगा

यही बात सोच कर किसान अपने घर गया और उसने सोचा क्यों ना में इस साँप को अपने घर से दूध लाकर पिलाया करू

किसान अपने घर से साँप के लिए दूध लेकर आया और उसके बिल के सामने रख दिया

Moral Story for kids 

और बोलै हे नागदेवता मुझे पता नहीं था की आपका वास यहां पर है

मुझे क्षमा करे और दूध को वही छोड़कर चला गया

.जब अगली सुबह किसान अपने खेत पर गया

तो उसने देखा की उसके दूध के कटोरे में कुछ चमक रहा था

किसान पास में गया और उसने देखा की साँप ने दूध तो पी लिया है

परन्तु उस कटोरे में में एक सोने का सिक्का रखा है

अब किसान प्रतिदिन अपने घर से साँप के लिए दूध लेन लगा
और साँप दूध पीकर उस कटोरे में एक सोने का सिक्का रख देता था

ये क्रम ऐसे ही चलता रहा अब धीरे धीरे किसान की गरीबी हालत ठीक होने लगी

परन्तु किसान ने इस बारे में किसी को नहीं बताया
एक दिन किसान को किसी काम से कुछ दिनों के लिए शहर जाना पड़ा

किसान जाते जाते अपने बेटे को ये बोल कर गया की खेत के पास पेड़ के नीचे नागदेवता के लिए दूध रख दिया करना

किसान के बेटे ने अपने पिता के कहे अनुसार ही अपने घर से साप के लिए एक कटोरे में दूध ले कर आया

उसने साँप के बिल के पास दूध रख दियाऔर वहाँ से चला गया

अगले दिन किसान का बेटा खेत पर गया उसने देखा की कटोरे में सोने सिक्का रखा था

उसने झट से ही सिक्का उठा लिया और अपने घर चला गया
किसान के बेटे ने फिर से दूध रखा उसे फिर भी एक सिक्का मिला

उसने सोचा की साप रोज एक सिक्का देता है

क्यों न में इसे मार कर सरे सिक्के ले लेता हूँ
उसने साँप को मारने के लिए एक लाठी का इंतज़ाम कर लिया

Dadi Maa ki Khani

अगले दिन जैसे ही किसान का बेटा दूध लेकर आया उसने दूध रखा और दूर जाकर छिप गया

जैसे ही साँप दूध पीने आया उसने लाठी से साँप को मरना चाहा

तो साँप ने अपने फन से उसे ही डस लियाऔर किसान के बेटे की मृत्यु हो गयी

जब अपने बेटे की मृत्यु की बात किसान को पता चली उसे बहुत दुःख हुआ और किसान अपने खेत पर गया

और बोला की हे नागदेवता आपने मेरे बेटे को क्यों डस लिया साँप अपने बिल से बाहर आया

और उसे सारी  बात बता दी

किसान ने साँप से माफ़ी मांगी और उसे दूध दिया

किसान ने कहा की गलती मेरे बेटे की ही है उसे लालच में आकर आपकी हत्या करने का प्रयास नहीं करना चाहिए था

कहानी से सीख: Moral of the Story

इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है की हमें लालच नहीं करना चाहिए और न ही किसी का बुरा सोचना चाहिए

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