Mulla Nasruddin Ki Hindi Kahaniya | Do Biwiyan

Mulla Nasruddin Ki Do Biwiyan Story in Hindi

मुल्ला नसरुद्दीन एक बहुत ही बुद्धिमान और बुद्धिमान व्यक्ति था,

लेकिन बेचारा अपनी पत्नियों के लिए बहुत चिंतित रहता था।

मुल्ला नसरुद्दीन की दो पत्नियां थीं।

दोनों पत्नियों का प्रत्येक दिन का बस एक ही काम था।

कि हर छोटी मोटी बात को लेकर दोनों आपस में लड़ाई झगड़े करती रहती थी।

और जब भी मुल्ला नसरुद्दीन अपने काम से लौटकर घर वापस आते थे

मुल्ला नसरुद्दीन घर लौटते ही दोनों पत्नी अपनी अपनी लड़ाई की बातें मुल्ला नसरुद्दीन को बताने लग जाती थी।

जिसकारण मुल्ला नसरुद्दीन दुखी और चिंतित रहने लगे

 

दोनों ही पत्नियां अक्सर मुल्ला नसरुद्दीन से पूछती थी

कीआप हम दोनों में से किससे  अधिक प्रेम करते हो।

परन्तु मुल्ला नसरुद्दीन के पास।इस बात का कोई जवाब नहीं होता

क्योंकि अगर इस बात का जवाब देने का परिणाम यह अच्छी तरह से जानते थे,

इसलिए वे कभी भी कुछ नहीं कहते और हमेशा चुप ही चले जाते थे

जब दोनों पत्नियों इस प्रश्न को बार बार पूछने लगी कि आप हम दोनों में से किस पत्नी से अधिक प्रेम करते हो?

तो मुल्ला नसरूद्दीन ने सोचा क्यों ना इसरोज़ रोज़ के सवाल से पीछा छुड़ाया जाए?

एक दिन मुल्ला जी को एक विचार आया।

उसने अपनी दोनों पत्नियों को एक-एक नीला मोती दिया और कहा कि किसी को मत बताना कि मैंने तुम्हें यह मोती दिया है।

मुल्ला नसरुद्दीन की दोनों पत्नियाँ मोती को देखकर प्रसन्न हो गईं।

अब जब भी मुल्ला नसरुद्दीन की पत्नी ने पूछा कि तुम किससे ज्यादा प्यार करते हो।

मुल्ला जी कहते थे, मैं उससे प्यार करता हूं जिसके पास नीले मोती हैं।

दोनों पत्नियां अपने आप में खुश रहतीं और मुल्ला जी भी अपनी चतुराई का परचम लहराते थे।

 Moral of the story कहानी से सीखो

Mulla Nasruddin Ki Do Biwiyan की इस रोचक हिंदी स्टोरी से हमें ये शिक्षा मिलती है।

किचतुराई और समझ से एक टेढ़ी-मेढ़ी समस्या का भी आसानी से समाधान निकाला जा सकता है।

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