एकता में बल Short Story – Ekta Main Bal Kabootar ki Kahani – Moral Stories In Hindi – Panchatantra Ki Kahaniya Hindi – Fairy Tales
Kabootar ki Kahani – Ekta me Bal Story in Hindi
एक समय की बात है कबूतरों का झुण्ड दाने की तलाश में आसमान में उड़ता हुआ जा रहा था। सभी कबूतर काफी उचाई पर उड़ रहे थे। लेकिन एक कबूतर बहुत नीचे उड़ रहा था। कुछ दूर जाने के बाद कबूतरों का सरदार रास्ता भूल गए।
ऐसा लगता है हम रास्ता भूल गए हैं। जिस प्रदेश में हम जा रहे थे वहाँ चारों तरफ हरियाली है। लेकिन यहाँ तो चारों तरफ भयंकर अकाल दिखाई दे रहा है। अब क्या होगा सरदार हम तो भूख से बेहाल हो रहे हैं। अब हमारे उड़ने की शक्ति समाप्त होती जा रही है।
अगर हमें जल्दी ही दाना नहीं मिला तो हम उड़ नहीं पाएंगे। घबराओ मत मित्रों, थोड़ा सा धीरज रखो, कठिन घड़ी में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए, हमें दाना जरूर मिलेगा।
तभी सबसे नीचे उड़ रहे हैं कबूतर को एक पेड़ के आसपास बिखरे हुए बहुत से दाने दिखाई दिए वो खुश होकर बोला मित्रों हमें दाना मिल गया, ये देखो यहाँ बहुत से दाने बिखरे हैं, इन दानों से हम सबका पेट भर जाएगा।
सभी कबूतर नीचे की तरफ आने लगे। सरदार उन्हें रोकते हुए बोला, जल्दबाजी मत करो मित्रों, हमें नीचे उतरने से पहले एक बार विचार कर लेना चाहिए। कैसा विचार सरदार मित्रों ज़रा सोचो इस प्रदेश में अकाल पड़ा हुआ है।
पेड़ पौधे सूखे जा रहे हैं और यहाँ इस पेड़ के नीचे बहुत से दाने पड़े हैं। कहाँ से आ गए इतने दाने जरूर हमें पकड़ने के लिए किसी की कोई चाल है, लेकिन भूख से व्याकुल कबूतरों ने सरदार की बात नहीं मानी। और दाना चुगने के लिए जमीन पर उतर गए और दाना चुगने लगे। लेकिन सरदार कबूतर नहीं उतरा सभी कबूतर जाल में फंस गए।
सभी कबूतर जाल में फंसकर पछताने लगे। पेड़ के ऊपर उड़ रहे सरदार कबूतर को अपने मित्रों की चिंता होने लगी। हम सबको बचाओ सरदार हम सभी जाल में फंस गए तभी सरदार कबूतर को दूर से आता हुआ शिकारी दिखाई दिया।
जिसने कबूतरों को फंसाने के लिए जाल लगाया था। मित्रों, शिकारी आ रहा है। सरदार कबूतर की बात सुनकर सभी कबूतर चिंता में पड़ गए। एक कबूतर रोने लगा।
अब हम सब मारे जाएंगे। सभी उस तरफ देखने लगे। जिधर से शिकारी दौड़ता हुआ आ रहा था। हमें बचाओ सरदार। नहीं तो ये शिकारी हम सभी को मार डालेगा। भूख नहीं हम सभी की अक्ल पर पर्दा डाल दिया था। हमने आपकी बात ना मानकर बहुत बड़ी गलती की।
मित्रों, तुम सभी डरो मत जैसा मैं कहता हूँ तुम सब वैसा ही करो।
घबराने से बना हुआ काम भी बिगड़ जाता है। सभी कबूतर ध्यान से सरदार कबूतर की बात सुनने लगे। मित्रों, विपत्ति के समय हिम्मत से काम लेना चाहिए। एकता में बड़ी शक्ति होती है।
एकजुट होकर बड़ी से बड़ी विपत्ति का सामना किया जा सकता है। सुनो जाल मजबूत जरूर है, लेकिन इसमें इतनी शक्ति नहीं है कि एकता की शक्ति को हरा सके। हम अपनी सारी शक्ति को जोड़ें तो मौत के मुँह में जाने से बच सकते हैं। कैसे? तुम सब चोंच से जाल कों पकड़ो। फिर जब मैं फुर्र कहूं। तो एक साथ ज़ोर लगाकर उड़ना तभी जाल बिछाने वाला शिकारी आता हुआ दिखाई दिया।
उसके हाथ में एक मोटा डंडा भी था। जाल में कबूतरों को फंसा देखकर वो बहुत खुश हुआ। डंडा लिए हुए वो जाल की तरफ दौड़ा। तभी ऊपर उड़ रहा सरदार कबूतर बोला शिकारी आ रहा है, तुम सब तैयार हो जाओ फुर्रर और जाल चोंच में दबाए हुए सभी कबूतर एक साथ ज़ोर लगाएं और जाल सहित ऊपर उड़ गए। कबूतरों को जाल सहित उड़ते हुए देख कर। शिकारी हैरान रह गया और जाल के पीछे दौड़ने लगा। कबूतरों के सरदार ने शिकारी को नीचे जाल के पीछे दौड़ते देखा।
सरदार कबूतर जानता था कि कबूतरों के लिए जाल सहित ज़्यादा देर उड़ना संभव नहीं है। वो बोला मित्रों घबराओ मत, मेरे पीछे पीछे उस पहाड़ी की तरफ चलो, वहाँ मेरा मित्र चूहा रहता है। शिकारी के पहुंचने से पहले वो तुम्हारे जाल को काट देगा और तुम सब आज़ाद हो जाओगे। सभी कबूतर जाल लिए हुए पहाड़ी की तरफ उड़ चले।
पहाड़ी के पास पहुँच कर सरदार कबूतर ने अपने मित्र चूहे को बुलाया। और जाल काटकर उन्हें आजाद करने के लिए कहा।
बिल से निकलकर चूहे ने आनन फानन में जाल को कुतर डाला।
सभी कबूतरों ने चूहे को धन्यवाद दिया और उड़ते हुए अपने घर की ओर चले गए।
शिकारी हाथ मलकर रह गया।
Moral of the Story: Pigeon and Hunter Story in Hindi with Moral
शिक्षा: Kabootar ki Kahani से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें एकजुट होकर बड़ी से बड़ी विपत्ति का सामना किया जा सकता है।
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