Highest Mountain Range in India
हेलो फ्रेंड्स आइये जानते है की Highest Mountain range in India कौन कौन सी है और ये भारत में कहाँ स्थित है।
भारत में दुनिया की कुछ सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाएँ और पर्वतीय सड़कें हैं।
भारत को सात प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं का घर भी कहते है जिसमे 1000 मीटर से अधिक की चोटियाँ हैं।
India की सबसे प्रसिद्ध और सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला हिमालय श्रृंखला है।
यहाँ India की सबसे छोटी और सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला भी है और दुनिया की लगभग सबसे बड़ी चोटी है।
हिमालय पर्वत श्रृंखला शेष एशिया से भारत को जोड़ती है।
और यहाँ श्रंखला भारत में शक्तिशाली नदियों का प्राथमिक स्रोत है।
यहां पर भारत में स्थित सात प्रमुख पर्वतीय पर्वतमाला वर्णन निम्न प्रकार है:
Oldest mountain range in India
1. Himalaya range – हिमालय रेंज
Largest mountain range in India भारत की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला,हिमालय रेंज है।
हिमालय शब्द को मूलरूप से संस्कृत का शब्द माना गया है।
जिसका शाब्दिक अर्थ “बर्फ का निवास” या बर्फ से घिरा हुआ।
हिमालय पर्वत भारत की सबसे छोटी श्रेणी है जोकि दो टेक्टोनिक (Tectonic) प्लेटों के आपस में टकराने से बनी एक नई तह का ऊँचा विशाल पर्वत है।
हिमालयन माउंटेन रेंज की दुनिया की लगभग सबसे ऊँची चोटी है और औसतन इसकी चोटियों की ऊँचाई 7200 मीटर से भी अधिक है।
नंगा परबत और नमचा बरवा को क्रमशः हिमालय का पश्चिमी और पूर्वी बिंदु माना गया है। ये Mountain range in India में से एक है।
माउंट एवरेस्ट जिसकी ऊँचाई 8848 मी है ये दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। यह नेपाल में हिमालयन रेंज में स्थित है।
गंगा, ब्रह्मपुत्र और सिंधु सहित कई महान नदी श्रृंखलाओं का स्रोत भी हिमालय को ही माना जाता है।
शरद ऋतु के मौसम में ठंडी हवा को भारतीय मौसम में प्रवेश करने से रोकता है।
जिससे हिमालय उत्तर भारत में जलवायु को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. Karakoram Range and Pir Panjal range – काराकोरम और पीर पंजाल रेंज
काराकोरम ही एक ऐसे पर्वत श्रृंखला है, जो एशिया महाद्वीप के कुछ देश जैसे की चीन, भारत और पाकिस्तान की बहरी सीमाओं के साथ फैली है।
और जिसमें अफ़ग़ानिस्तान और ताजिकिस्तान तक फैली सीमा के उत्तर पश्चिमी में भी कुछ छोर हैं।
इसके उच्चतम 15 पर्वत पाकिस्तान में ही हैं। काराकोरम रेंज श्रेणियाँ भारत और पाकिस्तान के बीच में विवाद का कारण भी है।
जो हिमालय श्रृंखला के उत्तर-पश्चिम और दक्षिण विस्तार रूप से फैली है।
500 किमी की लंबाई के साथ काराकोरम रेंज, पृथ्वी की सबसे बड़ी चोटियों को रखती है।
K2, दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई , 8,611 मीटर है और ये काराकोरम रेंज में स्थित है।
हिंदू-कुश, जो अफगानिस्तान में काराकोरम रेंज के विस्तार में आता है।
ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर काराकोरम में सबसे अधिक ग्लेशियर पाये जाते हैं।
जैसे की सियाचिन ग्लेशियर और द बियाफो ग्लेशियर (The Biafo Glacier), जो दुनिया के दूसरे और तीसरे नंबर के सबसे बड़े ग्लेशियर हैं,
वह भी इस सीमा में ही स्थित हैं।
पीर पंजाल रेंज भारत में हिमाचल प्रदेश से शुरू होकर और जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाले उत्तर-पश्चिम
और जम्मू-कश्मीर के विवादित क्षेत्रों में हिमालय की दक्षिणी दिशा में स्थित है।
इस रेंज को lower हिमालय भी कहा जाता है।
रावी, चिनाब और झेलम जैसी महान नदियाँ इस सीमा से होकर बहती हैं।
गुलमर्ग शहर, इस रेंज में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और खूबसूरत हिल स्टेशन है।
3. The Purvanchal Range- पूर्वांचल रेंज ( Eastern Mountain Range )
पूर्वांचल रेंज को भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित हिमालय के विस्तृत के रूप में जाना जा सकता है।
क्योंकि इस सीमा के गठन की प्रक्रिया हिमालय के गठन की प्रक्रिया के समान ही है।
हालांकि यहाँ सीमा की ऊँचाई हिमालय की ऊँचाई के बराबर नहीं है।
पूर्वांचल रेंज या पूर्वी पर्वत श्रृंखला में तीन भागो में बटी हुई है जो इस प्रकार है पटकाई-बम हिल, गारो-खासी-जयंतिया हिल्स और लुशाई हिल (मिज़ो हिल)।
भारत के मेघालय में, इन पहाड़ियों की वजह से पृथ्वी पर सबसे गर्म स्थान है और यहाँ खासी पहाड़ी में स्थित है।
इस रेंज में भारत के सभी पूर्वी राज्य शामिल हैं, हालांकि यह सेवन सिस्टर्स के नाम से प्रसिद्ध है।
4. The Satpura and Vindhya Range- सतपुड़ा और विंध्य रेंज
सतपुड़ा और विंध्य श्रेणी के माउंटेन रेंज मध्य भारत में स्थित है और ये दोनों श्रेणियां एक दूसरे के समानांतर ही चलती हैं।
अर्थात ये श्रेणियाँ एक दूसरे के आमने सामने सामान दूरी पर चलती है।
हालांकि देखा जाये तो इन दोनों श्रंखलाओं में से, सतपुड़ा रेंज की लम्बाई अधिक है।
और इसकी तुलना विंध्य श्रंखलाओ की लम्बाई कम है सतपुड़ा रेंज ही नर्मदा और ताप्ती जैसी नदियों का स्रोत है।
सतपुड़ा और विंध्य दोनों मुख्य रूप से भारत के कुछ राज्य जैसे गुजरात, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में कुछ विस्तार के साथ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र तक फैले हैं।
विंध्य और सतपुड़ा रेंज में दो उच्चतम बिंदु क्रमशः कलुमार पीक (752 मी) और दुपगढ़ पीक (1350 मी) हैं।
इन पर्वतों में बड़ी संख्या में पर्यटक स्थल है जैसे पंचमढ़ी हिल स्टेशन, कान्हा नेशनल पार्क, अमरकंटक आदि है सतपुड़ा और विंध्य रेंज ओम्कारेश्वर मंदिर के लिए भी
प्रसिद्ध हैं और देश विदेश से लोग यहाँ घूमने आते है।
5. The Aravalli Range – अरावली रेंज
भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला, अरावली रेंज को वर्ल्ड की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला भी माना जाता है।
इस रेंज की चौड़ाई 10 किमी से 100 किमी तक होती है। स्थानीय भाषा में, अरावली रेंज ‘चोटियों की रेखा’ में बदल जाती है,
और भारत के कुछ राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को 800 किलोमीटर की दूरी में कवर करती है।
भारत की जलवायु व वातावरण में अरावली रेंज बहुत महत्वपूर्ण योगदान देती है।
क्योंकि यह थार रेगिस्तान तक पहुंचने वाली बारिश को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Highest Aravalli peak अरावली रेंज का उच्चतम बिंदु गुरु शिखर है जिसकी कुल ऊंचाई 1722 मीटर की है।
यह रेंज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है और इस रेंज की कई श्रंखला पर्यटक स्थलों लिए प्रसिद्ध है।
और माउंट आबू अरावली पर्वत की रेंज हिल स्टेशन है में स्थित है और यह रेंज जहाँ माउंट आबू है वो भारत के राजस्थान में है।
ये राजस्थान के हिल स्टेशन के रूप में प्रसिद्ध है।
और वर्ष भर लोग राजस्थान में विशेष रूप से इस हिल स्टेशन को देखने जाते है माउंट आबू राजस्थान का सबसे लोकप्रिय स्थल के रूप में जाना जाता है।
उदयपुर शहर भी , अरावली पर्वत की रेंज में उसकी दक्षिणी ढलान में बसा हुआ है। जिसे पूर्व का वेनिस ( Venice of the East) भी कहा जाता है।
बनास, लूनी और साबरमती ऐसी नदियाँ हैं जो इस सीमा से आगे की ओऱ बहती हैं।
6.The Western Ghats Range- पश्चिमी घाट रेंज
पश्चिमी घाट रेंज 1600 मीटर लंबी पर्वत श्रृंखला के रूप में फैली है जो दक्षिण भारत में गुजरात राज्य से कन्याकुमारी तक विस्तृत है।
इस पर्वत श्रृंखला को “सह्याद्री पर्वत” के नाम से भी जाना जाता है।
पश्चिमी घाट रेंज में ही नीलगिरी, अन्नामलाई और इलायची की पर्वत श्रृंखला का समावेश है।
इस श्रंखला में ही ताप्ती नदी की शुरुआत गुजरात से होती हुई अरब सागर को पार करने वाले राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और तमिलनाडु के समानांतर बहती है।
दक्षिणी भारत के केरल राज्य में 2695 मीटर की ऊँचाई वाली अन्नामलाई हिल्स इस श्रेणी की सबसे ऊँची चोटी है।
इस हिल्स में केरल राज्य का खूबसूरत शहर मुन्नार भी अन्नामलाई हिल्स के समीप स्थित है।
पश्चिमी घाट यूनेस्को की विश्व धरोहर के रूप में प्रसिद्ध है और इसकी जैव विविधता बहुत अच्छी व काफी लोकप्रिय है।
पश्चिमी घाट रेंज को कुछ प्रमुख प्रजातियां जैसे 139 स्तनपायी प्रजातियों, 508 पक्षी प्रजातियों, 179 उभयचर प्रजातियों और 250 सरीसृप प्रजातियों का गर्भगृह भी माना जाता है।
यहाँ पर भारत के कुछ प्रसिद्ध पर्यटक जैसे जोग फॉल्स, ऊटी, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान आदि आकर्षण का केंद्र हैं।
गोदावरी, कृष्णा और कावेरी इस रेंज की महत्वपूर्ण नदियाँ हैं।
7.The Eastern Ghats Range – पूर्वी घाट रेंज
पूर्वी घाट रेंज बंगाल की खाड़ी के समानांतर भारत के प्रायद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित पर्वतीय श्रृंखला है।
हालाँकि ये तुलनात्मक रूप में पश्चिमी घाट की तरह निरंतर सीमा में नहीं है और ऊंचाई में भी कम है।
ये पूर्वी घाट पश्चिमी घाट से पुराने हैं यह सीमा भारत के राज्यों पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से होकर निकलती है।
अरमा कोंडा इस क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी है। जिसकी ऊँचाई 1680 मीटर है।
पूर्वी घाट की भारतीय कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
क्योंकि यहाँ भारत की चार प्रमुख नदियाँ गोदावरी, महानदी, कृष्णा और कावेरी पूर्वी घाट से होकर बंगाल की खाड़ी में विलीन हैं।
जो एक बड़े उपजाऊ क्षेत्र का निर्माण करते हैं जो चावल जैसी फसलों के लिए परम उपयुक्त है।
आंध्र प्रदेश में तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर जैसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल यहाँ पर स्थित हैं।
पूर्वी घाट में वसे विशाखापट्टनम और भुवनेश्वर महत्वपूर्ण शहर हैं विशाखापट्टनम ये भारत का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह भी है।
भुवनेश्वर उड़ीसा की राजधानी भी है।