Short Essay on Digital India in 500 words | डिजिटल इंडिया पर लघु निबंध
Digital India essay in hindi | भारत: डिजिटलीकरण की ओर
डिजिटल इंडिया का परिचय:
Digital India essay in hindi: ‘डिजिटल इंडिया’ भारतीय संस्था को अंतरराष्ट्रीय प्रकार के प्रचलन के साथ आगे चलने के लिए प्रेरित करने का एक लोक-प्रिय और साहसिक सुझाव है।
यह भारत सरकार की एक नया आत्मबल है। यह भारत के भविष्य के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए एक दूरदर्शी अवधारणा है।
साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र इस पृष्ठ से नमूने के साथ विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।
डिजिटल इंडिया निबंध का उद्देश्य:
इस युक्ति का लक्ष्य भारत को डिजिटल रूप से बलशाली संस्था और विद्या स्थापित अर्थव्यवस्था में परिवर्तन करना है।
और इस संकल्प के तहत भारतीय प्रतिभा को कल के भारत के निर्माण के लिए ऐलान को पारिभाषिक शब्द से मिलाना होगा।
इसलिए ‘डिजिटल इंडिया’ के तीन प्रचलित प्रयोजन दृढ-संकल्प लिए गए हैं।
- प्रत्येक नागरिक के लिए एक उपयोगी डिजिटल ढांचा तैयार करना है।
- उनकी मांग के आधार पर डिजिटल सेवाओं का संचालन किया जाता है और उन्हें लोगों को उपलब्ध करवाना।
- जनता को डिजिटल सामग्री के उपयोग में कुशलता प्रदान करना है।
डिजिटल होने का मतलब:
आम आदमी के लिए डिजिटल बनने का मतलब ऑनलाइन (मोबाइल, पेटीएम, डेबिट कार्ड आदि) लेन-देन का इस्तेमाल कर नकद लेनदेन से बचना।
कागजी काम कम से कम करना है।
सरकार और बैंकिंग कार्यों और व्यावसायिक गतिविधियों में पारदर्शिता।
धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी आदि से बचना।
डिजिटल अभियान के लाभ:
इस अभियान से समाज के सभी वर्गों को लाभ होने वाला है:
1. यह व्यवस्था गृहिणियों को पारिवारिक आय, व्यय, खरीदारी, मासिक और वार्षिक प्रबंधन आदि में मदद करती है।
2. पुस्तकों के बोझ को कम करने के लिए छात्रों के लिए उपयुक्त स्कूल के चयन, अध्ययन सामग्री की आसान उपलब्धता, छात्रवृत्ति आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन भेजने में सहायक होगा।
3. बेरोजगार युवा आसानी से उपयुक्त नौकरी पा सकेंगे और डिजिटल एप्लिकेशन का उपयोग कर पारदर्शी चयन प्रणाली का लाभ उठा सकेंगे।
प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा कर सकेंगे।
4. व्यापारियों और उद्योगपतियों को भी इससे फायदा होगा, नकद लेन-देन की परेशानी से निजात मिलेगी. ग्राहक संतुष्ट होंगे।
सरकारी कामकाज, इनकम टैक्स, ट्रांसपोर्ट और कारोबार के विस्तार में पारदर्शिता आएगी।
5. डिजिटल इंडिया के कई लाभ हैं जैसे अभिलेखों की सुरक्षा, ई-हस्ताक्षर, मोबाइल बैंकिंग, सरकारी कार्यों में दलालों से मुक्ति, संपत्ति की बिक्री और खरीद में पारदर्शिता, ई-पंजीकरण आदि।
डिजिटल इंडिया की चुनौतियां:
डिजिटल सिस्टम को लागू करने के अभियान में कई चुनौतियां भी हैं।
सबसे महत्वपूर्ण चुनौती जनता को इसमें भाग लेने के लिए राजी करना है।
नागरिकों को डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना आसान लग सकता है।
लेकिन करोड़ों ग्रामीणों, निरक्षरों को इसका उपयोग करने में सक्षम बनाना एक लंबी और धैर्यपूर्ण प्रक्रिया है।
साथ ही यह सिस्टम टैक्स चोरी करने वालों को पसंद नहीं आएगा।
लोगों को इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा में विश्वास हासिल करना होगा।
जनता को साइबर अपराधों, हैकिंग और ठगों से सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
आगे बढ़ें – हर नए और फायदेमंद काम में चुनौतियां, संदेह और बाधाएं आती हैं।
सरकार की ईमानदारी और जन सहयोग से इस व्यवस्था को राष्ट्रहित की दृष्टि से स्वीकार्य एवं सफल बनाना अत्यंत आवश्यक है।
आशा है हम सफल होंगे।
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