जादुई तीन बहनों की कहानी इन हिंदी
चैतन्य एक बहुत ही प्रसिद्ध था। उसकी तीन बेटियां थी।तंत्रा मंत्रा और अंतरा ।
इनमें से अंतरा गोद ली हुई बेटी थी। चेतन ने अपनी तीनों बेटियों को ज्यादा सिखाया था
और वो सब के सब मिलकर गांव गांव जाकर जादू का शो दिखाया करते थे।
बाबा मैं सोच रही हूँ कि हमें बड़े सर्कस के साथ जुड़कर जादू के शो दिखाना चाहिए।
हाँ बाबा, इससे हमे अच्छे खासे पैसे मिल जाएंगे।वैसे भी ऐसे गाव गाव कर कर -क्या मिलता है हमें?
हम जादूगर है बेटा जादू का खेल दिखाकर लोगों का मनोरंजन करना यही काम है हमारा।
अगर हम किसी बड़े सर्कस में चले जाए तो शायद हमें ज्यादा पैसा मिले।
पर जो प्रोत्साहन हमें गांव गांव जादू दिखाकर मिलता है नहीं मिलेगा।
और यही तो हमारा खानदानी पेशा है। हम रास्ते पर जादू दिखाते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग हमें देख पाए और उनका मनोरंजन हो।
और दीदी, अगर हम सर्कस में जो दिखाएंगे तो बस जिनके पास टिकट के पैसे है वही हमें देख पाएंगे तो उसमें बुराइ क्या है?
बुरा कुछ नहीं बस ये नहीं करना चाहता, पर अगर तुम दोनों ये करना चाहते हो तो मैं तुम दोनों को बिल्कुल नहीं रहूंगा हूँ
नहीं बाबा अगर हम जादू दिखाए तो साथ दिखाएंगे, वरना नहीं ।
तंत्रा मंत्रा आने ने सबकी बात मान ली और तीनों मिलकर जादू का खेल दिखा रहे थे।
बाल – बाल काला अंतरा धीरे काले बाल सफेद हो जाओ।
अंतरा के काले बाल सफेद हो गए।और वहाँ खड़ी दर्शक दंग रह गए।
Jadui kahani in hindi
सब मंत्रमुग्ध होकर ज्यादा ही बहनों का जादू देख रहे थे।
वह मज़ा आग पर चल रही थी और तंत्रा आंखो से आपको कर रही थी।
सारे दर्शक खुश थे।कि अचानक तंत्रा ने सोचा अभी किसी का ध्यान नहीं है।
यही सही समय है। तंत्रा दर्शकों के बीच चली गयी और अपने हाथ की सफाई से किसी की चेंज वाली तो किसी का वॉलेट।
फिर वो वापस जादू दिखाने लौट गयी। तंत्रा के गायब होने पर अंतरा को शक हो गया था हैं
उनमें जादू का खेल जारी रखा।और कुछ समय बाद खेल खत्म हुआ
जब सब तब जा चूके थे तब दीदी, आप बीच में कहाँ गायब हो गई थी?
कहीं नहीं बस यूँ ही अंतरा समझ गई थी कि उसकी बहन के दिमाग में कोई ना कोई खुराफात जरूर चल रही है।
दीदी, आप ये गलत कह रही हो क्या गलत कर रही हूँ?मुझे पैसे बहुत सारे पैसे चाहिए।
मैने बाबा को कहा था कि हम सर्कस में हिस्सा ले लेते है पर वो माने नहीं।
उन्होंने आपको रोका, थोड़ी था आप चली जाओ पर ऐसा ओझा काम मत करो।
तुम मुझे मत सीखा कि क्या काम ओझा है और क्या अच्छा छोटी है? छोटी की तरह रहा कर।
तंत्रा पर बरसते हुए अपराध दुविधा में थी।
क्या उसे चोरी की बात अपने पिता को बतानी चाहिए?
अगर यह बात बाबा को पता चली तो उन्हें बहुत बुरा लगेगा।
वो निराश हो जाएंगे। मैं मैं ये बात नहीं बताई।
मुझे खुद ही अगले शो से अंतरा को रोकने की कोशीश करने लगी।
जब भी अंधेरा हाथ की सफाई से चोरी करने वाली होती तो ना उसे धक्का दे देती और वो चीज़ वहीं गिर जाती।
Jadui teen Bahano ki hindi kahani
अरे मेरा हार गिर गया, वो उठा लेती है आंकड़ा और तकरार के बीच कुछ तो गडबड है।
ये चेतावनी समझ गया था वो दोनों पर नजर रखने लग गया।
आखिर एक शो के दौरान एक औरत को समझ में आ गया कि उसकी सोने की चेन चोरी हो गई है।
, उस ओर से चिल्लाने लगीं।चोर चोर मेरे सोने की चेन चोरी हो गयी पहुँचे।तभी वहाँ पुलिस आ गई।
और हरेक की तलाशी लेने लगी। ट्रैक्टर गई थी, उसने तुरंत पहुंचे और सारा चोरी का सामान अंतरा के बैग में डाल दिया।
जब सभी के बैग की जीत हुई तो पुलिस को सारा चोरी का सामान अंतरा के बैग से बरामद हुआ।
तीनों जादू के नाम पर चोरी करती हो नहीं नहीं हमने ऐसा कुछ नहीं किया हम बेकसूर है।
तो अंतरा ने कहा की सर मैंने चोरी ये दोनों बेकसूर है।
अंतरा ने अपनी बहन तंत्रा का चोरियों का इलज़ाम अपने सिर ले लिया था।
Jadui story in Hindi
उसे पछतावा हो रहा था। काश वो अंदर की बात मान लेती है।
उस रात चैतन्य परेशान हो गया।इस लड़की को मैने अपनी बेटी की तरह पाला और उसने मुझे धोखा दिया।
सोचा था एक रात को प्यार से परवरिश करूँगा तो उसकी जिंदगी सवर जाएगी।
उसने मुझे धोखा दिया। ये सुनकर तंत्रा चौंक गयी, ।
उसे पछतावा हो रहा था। काश वो अंतरा की बात मान लेती उस रात चेतन्य परेशान हो गया।
इस लड़की को मैने अपनी बेटी की तरह पाला और उसने मुझे धोखा दिया।
सोचा था एक रात को प्यार से परवरिश करूँगा तो उसकी जिंदगी संवर जाएगी।
पर इस लड़की ने तो मेरे नाम पर कालिख पोती।नहीं बाबाकलंक अंतरा नहीं में हूँ ।
क्या मतलब वो सारी चोरियां मैने की थी।
अंतरा को पता लग गया था तो उसने मुझे समझाने की कोशीश भी की थी पर मैने एक मानी।
आपका नाम खराब ना हो इसलिए उसने चोरी का इलज़ाम अपने सिर पर ले लिया।
ये तुने क्यों?चेक नहीं चंद्रा को पुलिस के पास ले गया वहाँ उसने सारा सच बता दिया।
पुलिस ने अन्ना को छोड़ दिया और तंत्र को जेल में डाल दिया। बाबा दीदी
इसके गुनाहों की सजा जरूर मिलनी चाहिए।
मुझे मैने को दिया था पर बेटा तुने आज जो किया है वो कोई सगी बेटी भी नहीं कर सकती।
सालों बाद तंत्रा भी सजा पूरी करके लौट आई। और फिर तीन जादुई बहनें वैसे एक साथ जादुई शोज़ करेंगी
Moral of the story कहानी से मिली शिक्षा :
हमें कभी भी कोई गलत काम नहीं करना चाहिए और बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है